हजरत ईसा का जिन्दा आसमान पर उठाया जाना Hazrat isa ka jinda aasman par uthaya jana
हजरत ईसा का
जिन्दा आसमान पर उठाया जाना Hazrat isa ka jinda aasman par uthaya jana
हजरत ईसा ने बनी इस्राईल
की इस्लाह के लिये शहर शहर और गाँव गाँव चल कर अल्लाह के दीन को फैलने की जद्दो
जहद शरू की | आप की इस दावत से मुहब्बत व अकीदत में दिन ब दिन इजाफा होने लगा |
यहुदी कौम इस दावत व शोहरत को अपने लिये बडा खतरा समझने लगी, इस लिये उन्होंने
बादशाहे वक्त को अपना हम खयाल बनाने के लिये हजरत ईसा पर इल्जाम
लगाया के यह शख्स तौरत को बदल कर लोगों को बद दीन बनाना चाहता है, तो इस मुशरिक
बादशाह ने हजरत मसीह को गिरफ्तार
कर के सुली पर चढाणे का हुक्म दे दिया |
एक मर्तबा आप अपने हवारियों ( यानी अहले
ईमान ) के हमरह एक मकान में जमा थे, तो कत्ल के इरादे से यहुदियों ने उस घर का मुहासरा
कर लिया सारे हवारी अपनी जान बचा कर भागे और यहुदियों ने अपने एक आदमी को उन्हे
कैद करने के लिये अन्दर भेजा, तो अल्लाह तआला ने पहेले ही हजरत ईसा को आसमान पर
उठा लिया और अन्दर जाने वाले शास्ख को हजरत ईसा का हम शक्ल
बना दिया, यहुदियों ने धोके में अपने ही आदमी को मसीह समझ कर सुली पर चढा दिया |
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