हजरत दाऊद Hajrat Daud
हजरत दाऊद Hajrat Daud हजरत दाऊद हजरत ईसा से तकरीबन एक हजार साल पहले बनी इस्राईल में पैदा हुए उन्होने ही जालूत बादशाह को कत्ल कर के बनी इस्राईल को उस के जुल्म व सितम से नजात दिलाई थी | हजरत आदम के बाद अल्लाह तआला ने उन्हीं को खलीफा का लकब आता किया | वह बयक वक्त नबी व रसूल और हाकिम व बादशाह थे | अल्लाह तआला ने उन को जबुर नमी किताब दी, जिस में तौरात के मुताबिक अहकाम थे, मगर उस का अक्सर हिस्सा अल्लाह की हम्द व सना, बशारत व खुशखबरी, वाज व नसीहत और खुदा की तस्बीह पर मुश्तमिल था | हजरत दाऊद को अल्लाह तआला ने ऐसी आवाज अता फर्माई थी के जब जबूर की तिलावत करते तो जिन्नात व इन्सान यहां तक के जंगली जानवर और परिन्दे सब झुमने लगते और हम्द व तस्बीह में मश्गुल हो जाते | वह परिन्देां की बोलीयाँ भी समझते थे, अल्लाह तआला ने उन के लिये लोहे को नर्म कर दिया था | वह आसानी से जिरहें ( armor) बना लेते और लडाई के मौके पर उन को पहन कर दुश्मन से अपना बचाव कर लेते थे, नीज उन को बेच कर अपनी रोजी का इंतेजाम भी कर लिया करते थे |