हजरत ईसा का आसमान से उतरना Hazrat isa ka aasman se utarna
हजरत ईसा आसमान पर जिन्दा हैं | वह कयामत के करीब दो फरिेश्तों के कन्धों पर सहारा लगाए दिमश्क की जामे मस्जिद के मशरीकी मिनारे पर उतरेंगे, लोग आप को सीढी के जरीये नीचे उतारेंगे, फर्ज की नमाज इमाम मेंहदी के पीछे अदा करेंगे और सलीब को तोड कर शिर्क की जड खत्म कर के ईसाइयों के इस बातील अकीदे की तरदीद करेंगे के ईसा सुली पर चढ कर पुरी कौम के गुनाहों का काफ्फारा बन गए है | उस के बाद खिन्जीर को कत्ल करेंगे | और मुसलमानो का लश्कर लेकर द्ज्जाल को कत्ल करने के लिये निकलेंगे | उस वक्त वह बैतुल मुकददस का मुहासरा किये हुए होगा | वह हजरत ईसा को देखते हि जान बचा कर भागेगा | मगर आप उस को बैतुल मुकददस के करीब “बाबे लुद” पर कत्ल कर के पुरी दुनिया मे अद्दल व इन्साफ काइम कर देंगे | जिस की वजह से माल व दौलत की कसरत हो जाएगी, जुल्म व सितम का ऐसा खात्मा हो जाएगा के भेडिया और बकरी एक घाट पर पानी पियेंगे | आप शरीअते मुहम्मदिया के मुताबिक जिन्दगी गुजारेंगे, शादी के बाद औलाद भी होगी तक्रीबन चालीस साल दुनिया में जिन्दा रह कर वफात पाएंगे, इस्लामि अहकाम के मुताबिक तज्हीज व तक्फीन होगी और मदीना मुनव्वरा में हुज