हजरत लूत

हजरत लूत हजरत लूत अल्लाह के मशहूर नबी हैं, उन के वालीद का नाम हारान था, वह हजरत ईसा से तकरीबन दो हजार साल पहले पैदा हुए, उन का वतन इराक का मशहूर शहर “बाबुल” था | वह हजरत इब्राहीम के भतीजे थे और सब से पहले उन पर ईमान लाने वाले थे, हजरत इब्राहीम ने ही बचपन से उन की तरबियत व परवरिश फर्माई | जब हजरत इब्राहीम ने इराक से हिजरत की तो हजरत लूत भी उस सफर में आप के साथ थे | मिस्र से वापसी पर हजरत इब्राहीम तो फलस्तीन में मुकीम हो गए, मगर हजरत लूत हिजरत कर के उरदुन ( शाम ) चले गए, उस इलाके में चंद मील के फास्ले पर बहरे मय्यित के किनारे सदूम व आमूरा नामी बस्तियाँ आबाद थी, उन के रहने वोलों की इस्लाह के लिये अल्लाह तआला ने हजरत लूत को नबी बना कर भेजा |