हजरत सुलेमान की नुबुव्वत व हुकूमत Hajrat Suleman ki Nubuvvt v Hukumat
हजरत सुलेमान की नुबुव्वत व हुकूमत Hajrat Suleman ki Nubuvvt v Hukumat हजरत दाऊद का जब इंन्तेकाल हो गया, तो अल्लाह तआला ने हजरत सुलेमान को नुबुव्वत और हुकूमत दोनों अता फर्माई | इस तरह वह जहाँ एक तरफ बनी इस्राईल की दिनी उमूर से मुतअल्लिक सही रहनुमाई फर्माते, वहीं दुसरी तरफ वह उन लोगों की इज्तिमाई व इन्फिरादी जिन्दगी और मुल्की इन्तेजाम का फर्ज भी अंजाम देते थे | अल्लाह तआला ने हजरत सुलेमान को बहुत सारी खुसुसियात से नवाजा था | वह आम इन्सानों की गुफ्तगु की तरह तमाम परिन्दों की भी बोलियाँ खूब अच्छी तरह समझते थे | अल्लाह तआला ने हवा को उन के ताबे कर दिया था, इसी वजह से आधे दिन में वह एक महीने का सफर मुकम्मल कर लेते थे | जिन्नात भी उन के ताबे और फर्माबरदार थे | जिन्नातों ही के जरिये “मस्जिदे अकसा” और उस के अलावा दीगर आली शान इमारतें और पत्थरों को तरशा कर बडे बडे हौज बनवाए और समुन्दरों से हीरे जवाहिरात निकालने का काम भी उन्हीं से लेते थे | मस्जिदे अक्सा की तामीर के दौरान हजरत सुलेमान का ५३ साल की उम्र में इन्तेकाल हुआ |